स्वप्न वाराही मंत्र ब्रेस्ट कैंसर कितने दिन में फैलता है-इससे कैसे बचें? ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अमुक ग्राह्यार्थे सर्व जगत् हितकारिणी सर्वदुःख निवारिणी सर्व व्याधि नाशिनी नमो नमः स्वाहा॥ कहने का तात्पर्य यह है कि जैसा कार्य हो वैसा ही शक्ति का उपयोग किया जाता है। वे समस्त शक्तियां ईश्वर https://laxmi25789.bloggactif.com/37050538/a-review-of-वश-करण-म-त-र-क-स-च-ह-ए